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Showing posts from March, 2018

‘जन गण मन’ राष्ट्रगान बनाने के पीछे क्या कारण था?

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जब  1911  में कलकत्ता से दिल्ली को राजधानी के रूप में स्थानांतरित किया गया तब दिल्ली दरबार का आयोजन हुआ था, जिसमें इंग्लैंड के राजा जॉर्ज पंचम को आमंत्रित किया गया था. ऐसा कहा जाता है कि रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनके स्वागत में एक गीत लिखने को कहा गया था. उस समय टैगोर परिवार के कई लोग ईस्ट इंडिया कंपनी में काम किया करते थे. इसलिए रवीन्द्रनाथ टैगोर से जब गीत लिखने को कहा तो उन्होंने बंगाली भाषा में‘जन गण मन’को एक कविता के रूप में लिखा था.

जानें ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान कब और क्यों बना

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‘जन गण मन’  भारत का राष्ट्रगान है, जिसे  रविन्द्रनाथ टैगोर  ने बंगाली भाषा में लिखा था. यह हमारे देश के इतिहास और परंपरा को दर्शाता है. यह सभी देशवासियों को एकजुट करता है और एक अलग पहचान देता है.  24 जनवरी, 1950  को संविधान सभा द्वारा‘जन गण मन’ के हिन्दी संस्करण को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था. गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर देश के सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों में एवं अब तो सिनेमाघरों में भी फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है. राष्ट्रगान के गायन की अवधि  52  सेकेण्ड है, परन्तु कुछ अवसरों पर इसको संक्षिप्त में भी गाया जाता है, जिसमें केवल  20  सेकेण्ड ही लगते हैं क्योंकि उस समय राष्ट्रगान की पहली और अंतिम पंक्तियों को ही गाया जाता है. इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि सर्वप्रथम राष्ट्रगान कब गाया गया था और इसको गाने के पीछे क्या कारण था.  ‘जन गण मन’ कब गाया गया था  क्या आप जानते है कि सन  1911  तक भारत की राजधानी   बंगाल   हुआ करती थी.  1905  में जब बंगाल विभाजन...

विश्व के प्रसिद्ध और आश्चर्यजनक गुफाओं की सूची

एक गुफा मैदान पर स्थित एक खोखली जगह है, जिसका निर्माण प्राकृतिक रूप से चट्टान की नमी के कारण होता है और यह अक्सर भूमिगत रूप में फैला होता हैl इसे समुद्री गुफा, रॉक शेल्टर और ग्रोटोस जैसे छोटे सुराखों के रूप में भी संदर्भित किया जाता हैl यहां, हम विश्व की प्रसिद्ध और आश्चर्यजनक गुफाओं की सूची दे रहे हैं जो न केवल विभिन्न परीक्षाओं के इच्छुक लोगों के सामान्य ज्ञान को बढ़ाएगा बल्कि सामान्य पाठकों के लिए भी लाभकारी होगाl विश्व के प्रसिद्ध और आश्चर्यजनक गुफाओं की सूची 1.  अगगटेलेक गुफा स्थान:  उत्तरी हंगरी विशेषता:  यह कैल्शियम कार्बोनेट के जमाव से निर्मित 5 मील लंबी गुफा हैl 2.  अल्तामिरा गुफा स्थान:  सैंटेंडर, स्पेन विशेषता:  यह गुफा पाषाण युगिन पशु चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध है   । 3.   अन्तिपरोस  गुफा स्थान:  ग्रीसियन द्वीपसमूह विशेषता:  यह समुद्र तल से 177 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपने वातावरण, शानदार रंग और शानदार आकार के लिए प्रसिद्ध है। 4.  ब्लू ग्रॉटो   गुफा स्थान:  कैपरी द्वीप, इटली ...

भारत में चीन द्वारा फंड प्राप्त करने वाली कंपनियों की सूची

भारत की सबसे बड़ी क्रय शक्ति और विशाल बाजार दुनिया भर के व्यापारियों एवं निवेशकों को आकर्षित कर रही हैl यही कारण है कि आज के समय में चीनी निवेशक और प्रौद्योगिकी उद्यमी भारत में मोबाइल गेमिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय प्रौद्योगिकी और इंटरनेट से जुड़ी चीजों (आईओटी) जैसे क्षेत्रों में भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों के साथ विशाल मात्रा में निवेश कर रहे हैंl यहां, हम सामान्य ज्ञान की दृष्टि से भारत में चीन द्वारा फंड प्राप्त करने वाली कंपनियों की सूची दे रहे हैंl भारत में चीन द्वारा फंड प्राप्त करने वाली कंपनियों की सूची 1.  पेटीएम (Paytm- Pay Through Mobile)                 पेटीएम (Pay Through Mobile) एक भारतीय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान एवं ई-कॉमर्स कंपनी हैl लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इसकी अवधारणा, प्रेरणा और निवेश का संबंध चीन से हैl यह भारत की पहली कंपनी है जिसको स्थापित करने के लिए चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा से निवेश प्राप्त हुआ था, जो अब बढ़कर 625 मिलियन डॉलर से भी अधिक हो गया हैl 2.  हइक मैसेंजर (Hike Messenger ) ...

1400 साल पुरानी सूर्य घड़ी

राजा और राजवंश अब इतिहास बन चुके हैं, लेकिन उनके द्वारा तैयार कुछ उपकरण उनके समय की कहानी बताते हैं. ऐसा ही एक ऐतिहासिक उपकरण तमिलनाडु के तंजावुर जिले से करीब 12 किलोमीटर दूर तिरुविसानालुर के शिवोगिनाथर मंदिर की 35 फीट ऊंची दीवार पर स्थित  1,400 वर्षीय सूर्य घड़ी  है. वास्तविक तौर पर तमिलनाडु में यही एक “दीवार घड़ी” हैं. मंदिर के अधिकारियों ने ऐतिहासिक विरासत को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जो चोल राजाओं के असीम ज्ञान और वैज्ञानिक स्वभाव का प्रमाण है. चोल के राजा परान्तक  शासन के दौरान निर्मित दीवार घड़ी में बैटरी या बिजली की आवश्यकता नहीं होती है. एक अर्ध-मंडल की तरह इसको आकार दिया गया है और ग्रेनाइट से खुदी हुई है. इसमें तीन इंच लम्बी पीतल की सुई है जो कि क्षैतिज रेखा के केंद्र में स्थायी रूप से लगाई गई है. जैसे ही सूरज की किरणें सुई पर पड़ती है, सुई की परछाई सही समय बताती है. मंदिर आने वाले अधिकांश भक्त दिन के समय में सुबह छः बजे से लेकर शाम के छः बजे तक सूर्य घड़ी की सुई को देखकर अपने काम-काज का निर्धारण करते है. घड़ी तब तक चलती है जब तक  सूरज की किरणें ...

क्या आपको पता है, मस्तिष्क में “डिलीट” बटन होता है?

न्यूरोसाइंस (neuroscience) के अनुसार मस्तिष्क में एक न्यूरो सर्किट होता है, जिसे आप जितना इस्तेमाल करते हैं यह उतना ही मजबूत हो जाता है. एक कहावत भी है कि  अभ्यास से ही मनुष्य या जानवर परिपूर्ण बनते हैं  (practice makes perfect). इसे हम ऐसे समझ सकते है कि जब हम कोई भाषा या कोई इंस्ट्रूमेंट सीखना प्रारंभ करते हैं, तो हमें बार-बार रियाज़ या प्रैक्टिस करनी पड़ती है, उसी तरह से हमारे मस्तिष्क में स्थित न्यूरो सर्किट को भी बार-बार इस्तेमाल करने पर वह मजबूत हो जाता है.         सीखने की क्षमता न्यूरल कनेक्शन के निर्माण को मजबूत करने से बढ़ती जाती है. इससे भी ज़्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम पुरानी बातों को या फिर समय के साथ पुरानी घटना को भूलने की क्षमता रखते हैं. इसी को  "अन्तर्ग्रथनी छंटाई"  (synaptic pruning) कहते है. देखते हैं यह कैसे काम करता हैं.

आपका मस्तिष्क जानता है क्या रखना है और क्या नहीं

जब आप सोते है तो मस्तिष्क उन कनेक्शन को डिलीट कर देता है जिसे आपने काफी टाइम से इस्तेमाल ना किया हो. इसलिए कहते है कि मस्तिष्क को भी शोधन की आवश्यकता होती है और इस बारे में सावधान रहें कि आप किस बारे में सोच रहे हैं. अपने मस्तिष्क की प्राकृतिक बागवानी प्रणाली का लाभ उठाने के लिए, बस उन चीजों के बारे में सोचें जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं. आपका मस्तिष्क उन कनेक्शनों को मजबूत करता है जिनका इस्तेमाल आप अपने जीवन प्रणाली में अधिकतर करते है और उन विचारों को छाटेंगे जिनके बारे में आप कम सोचते है या जिन चीजों पर आप कम ध्यान देते हैं. हमेशा अच्छा सोचें, पॉजिटिव रहें ताकि आपका मस्तिष्क भी उसी दिशा में काम करें.

18 मार्च से महाराष्ट्र मे प्लास्टिक की वस्तुओं पर प्रतिबंध

महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल ने 18 मार्च से मराठी नए साल, 'गुढी पडवा' से कुछ प्लास्टिक की वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। • राज्य पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रतिबंध प्लास्टिक के बैग, थर्मोकोल और प्लास्टिक प्लेट, कप, कांटे, कटोरे और चम्मच को कवर करेगा। • अधिकारी ने कहा प्लास्टिक के बाकी हिस्सों पर प्रतिबंध के बारे में चर्चा करने के लिए पर्यावरण मंत्री रामदास कदम के तहत एक अधिकार समिति की स्थापना की गई है।

प्रोटेम स्पीकर

• संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, पिछले लोकसभा के अध्यक्ष, नव निर्वाचित लोकसभा की पहली बैठक से ठीक पहले तक अपने पद पर रहते हैं। • इसलिए,  राष्ट्रपति लोकसभा के सदस्यों में से किसी एक सदस्य को प्रोटेम स्पीकर के रूप में  नियुक्त करते हैं। आमतौर पर  सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया जाता है।  • राष्ट्रपति स्वयं प्रोटेम स्पीकर को शपथ दिलाते हैं। • प्रोटेम स्पीकर को लोकसभा अध्यक्ष के समान सभी शक्तियाँ प्राप्त होता है। • वह नव निर्वाचित लोकसभा की पहली बैठक का अध्यक्षता करते हैं।  उनका मुख्य कार्य नए सदस्यों को शपथ दिलाना है; और वह सदन को नए अध्यक्ष का चुनाव करने में सहायता करता है। • जब सदन द्वारा नए अध्यक्ष का चयन कर लिया जाता है, तो प्रोटेम अध्यक्ष का पद अस्तित्व में नहीं रहता है।

इक्विटी लिंक्ड बचत योजनाएं (ईएलएसएस)

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• इक्विटी लिंक्ड बचत योजनाएं (ईएलएसएस)  म्यूचुअल फंड द्वारा जारी की गई ओपन-एंडेड, विविधापूर्ण इक्विटी योजनाएं हैं। • ये वित्त विधेयक 2005-06 में प्रस्तुत नई धारा  80 सी के तहत कर लाभ प्रदान करते हैं। • यह स्कीम फ्रंटलाइन कंपनियों के शेयरों में निवेश करती है और दीर्घकालिक पूंजीगत प्रतिफल प्रदान करती है। इसका अर्थ है कि सार्वजनिक भविष्य निधि या राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र जैसी आश्वासित रिटर्न योजनाओं द्वारा सुनिश्चित लाभ के विपरीत, निवेशकों को इक्विटी मार्केट में निवेश (यदि कोई हो) का लाभ मिलता है। • इन योजनाओं में किए गए निवेश के लिए  तीन साल की लॉक-इन अवधि  होती है। • इन योजनाओं में रिटर्न शेयर बाजार के प्रतिफल पर निर्भर करता है।  इसलिए, निवेशकों को निवेश से पहले उनके संबंधित जोखिमों का आकलन कर लेना चाहिए।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत नामांकित लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 17,66,423 पहुंची।

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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत नामांकित लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 17,66,423 हो गई है।  • नामांकन के लिए प्रतिदिन औसतन 50,000 आवेदन प्राप्त होते हैं।  • पीएमएमवीवाई के तहत सभी 36 राज्य/केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए अब तक 2048. 21 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसमें से 2042. 09 करोड़ रूपये दे दिए गए हैं। • भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2017 से देश के सभी जिलों में पीएमएमवीवाई के कार्यान्वयन की मंजूरी दी जा चुकी है। पीएमएमवीवाई के तहत सभी पात्र लाभार्थियों को 5,000 रुपये दिये जाते हैं और शेष राशि जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) के अंतर्गत मातृत्व लाभ की शर्तों के अनुरूप संस्थागत प्रसुति करवाने के बाद दी जाती है। इस प्रकार औसतन एक महिला को 6,000 रुपये प्राप्त होते हैं।

एसएटीएच-ई रोडमैप रिलीज करेगा नीति आयोग

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स्कूली शिक्षा में प्रणाली-व्यापक शासन परिवर्तन लाने के लिए नीति आयोग एसएटीएच-ई रोडमैप रिलीज करेगा नीति आयोग रोडमैप रिलीज करेगा। • नीति आयोग 17 मार्च को 'सस्टेनेबल एक्शन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग ह्यूमन केपिटल इन एजुकेशन (एसएटीएच-ई)' के लिए व्यापक रोडमैप और विस्तृत समयरेखा जारी करेगा। • झारखंड, मध्य प्रदेश और ओडिशा राज्यों के मुख्य सचिव तथा नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत, राज्यों के प्रमुख सचिवों, राज्य परियोजना निदेशकों और अन्य विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों के साथ एक दिवसीय कार्यशाला के बाद आगे की तलाश वाले ब्लूप्रिंट जारी करेंगे।

प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नेटवर्क 18 द्वारा आयोजित राइजिंग इंडिया समिट को संबोधित किया।

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प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नेटवर्क 18 द्वारा आयोजित राइजिंग इंडिया समिट को संबोधित किया है। • उन्होंने कहा कि जब हम एक राष्ट्र के संदर्भ में बढ़ने की बात कर रहे हैं, तो इसका व्यापक संदर्भ है। • उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के उदय से परे, उनका मानना है कि बढ़ते भारत का मतलब है कि भारत के लोगों के बीच आत्म सम्मान बढ़ता है। 

जो नई बात पता चली है, उसके बाद आप जिंदगी में कभी बोतलबंद पानी नहीं पिएंगे

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पीने पानी के नाम पर किस पर विश्वास करेंगे. ये सवाल इस खबर को पढ़ने के बाद जरूर दिमाग में चलेगा. 20 रूपए की पानी की बोतल खरीद कर पीना भी सेफ नहीं है. मिनरल वॉटर के नाम पर हम जो बोतल खरीदते हैं उनमें भी घुला हुआ प्लास्टिक है. देश में बिस्लेरी, एक्वाफिना, एक्वा, नेस्ले प्योर और ईवियन समेत हर बड़ी कंपनी की पानी की बोतलों में घुला हुआ या महीन प्लास्टिक के कण पाए गए हैं. ये सेहत के लिए कितना खतरनाक है ये बाद में बताते हैं, पहले ये जान लीजिए कि इन बोतलों में पाए जाने वाले प्लास्टिक के कणों यानी माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल की मात्रा नल के पानी में पाए जाने वाले पार्टिकल्स से दोगुनी है. अमेरिका में न्यूयॉर्क की स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता शेरी मेसन ने एक रिसर्च की है. इसकी समरी को को अब Orb Media नाम की एक वेबसाइट ने इसे छापा है. ये प्लास्टिक पर काफी काम करता रहा है. रिसर्च में भारत समेत ब्राजील, चाइना, इंडोनेशिया, केन्या, लेबनान, मैक्सिको, थाइलैंड और यूएस में पैकेज्ड वॉटर की क्वालिटी की जांच की गई है. रिसर्च के मुताबिक हर देश के 27 अलग-अलग लॉट से 250 सैंपल उठाए गए और पाया कि इन बड़ी ...

ये लोग ओवरलोडिंग में पीएचडी हैं

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#1 #2 #3 #4 #5 #6 #7 #8 #9 #10 दुनिया में वाहन सिर्फ सवारी के लिए ही नहीं बल्कि माल लादकर इधर से उधर पहुंचाने के लिए भी उपयोग किये जाते हैं. ओवरलोडेड वाहन भी आपने सड़कों पर देखे ही होंगे. कुछ लोग ओवरलोडिंग में एक्सपर्ट होते हैं. जैसे कि ये लोग, देखिये तस्वीरें –

इंसान के बनाये खौफनाक जानवर जिन्हे देखके रौंगटे खड़े हो जाएंगे

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विज्ञान ने आज नामुमकिन को ही मुमकिन कर दिखाया है. आज हमारे पास सोफ़िया जैसी रोबोट है जो बिलकुल इंसानों की तरह बात करती है. चलिए जानते है इंसानों द्वारा बनाये जानवरों के बारे में. आज विज्ञान ने जानवरों के जीन्स में परिवर्तन करके ऐसे जीव तैयार किये हैं जो बिलकुल अजीब हैं. बिना पंख वाले मुर्गे ये अजीब से दिखने वाले मुर्गे रेहोवोट अग्रोनोमी इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों द्वारा सन २००० में बनाया गया था. इन्हें बनाने के पीछे का कारण इनका गर्म देशों में रहने के काबिल बनाना था. लेकिन इस प्रयोग को बेकार ठहरा दिया गया. इंसानी सूअर २०१७ की शुरुआत में चाइना ने आदमी और सूअर के अम्ब्रियो को मिलाकर ऐसा सूअर बनाना चाहा जिसके अंदर ह्यूमन आर्गन हो. ताकि भविष्य में तट्रांसप्लांट में काम में लिया जा सके. ये प्रयोग सफल रहा लेकिन ये तकनीक अगर गलत हाथों में पड़ जाये तो ना जाने क्या हो जाये.

भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा, यूपी कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद सपा में शामिल

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उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा है. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद डा. नवल किशोर ने समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नवल किशोर के सपा में शामिल होने की बात कही. इस दौरान उपचुनाव में मिली जीत पर अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार के एक साल पूरा होने पर जनता ने उन्हें सॉलिड रिटर्न गिफ्ट दिया है. नवल किशोर के अलावा बीएसपी के पूर्व विधायक इरशाद खान और पूर्व एमएलसी प्रदीप सिंह ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. पार्टी ज्वॉइन करने पर अखिलेश यादव ने तीनों नेताओं को गौतम बुद्ध की प्रतिमा देकर उनका स्वागत किया. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे बहुत से नेता हैं जो अपनी पार्टी छोड़कर सपा का दामन थामने वाले हैं. गौर हो कि, चार दिन पहले राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज नरेश अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी का हाथ थाम लिया था. वहीं, बीते तीन महीने के सियासी हालात को देखें तो भाजपा और बसपा के कई नेता सपा में शामिल हुए हैं. भाजपा के ...

मोदी सरकार को लगा झटका! वर्ल्ड बैंक ने कहा- भारतीय GST प्रणाली विश्व में सबसे जटिल

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वर्ल्ड  बैंक का कहना है कि भारत की वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली दुनिया की सबसे जटिल कर प्रणालियों में से एक है. इसमें न केवल सबसे उच्च कर दर शामिल है बल्कि इस प्रणाली में सबसे अधिक कर के स्लैब भी हैं. वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि भारत उच्च मानक जीएसटी दर मामले में एशिया में पहले और चिली के बाद विश्व में दूसरे स्थान पर है. वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "भारतीय जीएसटी प्रणाली में कर की दर दुनिया में सबसे अधिक है. भारत में उच्चतम जीएसटी दर 28 प्रतिशत है. यह 115 देशों में दूसरी सबसे ऊंची दर है, जहां जीएसटी (वैट) प्रणाली लागू है." भारतीय जीएसटी प्रणाली को जो चीज और जटिल बनाती है वह विभिन्न श्रेणियों की वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होने वाली अलग-अलग जीएसटी दरों की संख्या है.